टीम इंडिया में कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो अपने टैलेंट के बावजूद ज्यादा समय तक टेस्ट टीम में नहीं टिक पाए। कई बार चयन से ज्यादा कप्तान की पसंद-नापसंद भी खिलाड़ी के करियर को प्रभावित करती है। विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में कुछ खिलाड़ियों को अचानक टीम से बाहर कर दिया गया, जो उस समय फॉर्म में भी थे। ऐसा ही कुछ हुआ दो ऐसे खिलाड़ियों के साथ, जिनका टेस्ट करियर अचानक थम गया।
करुण नायर को मौका ना देना बना चर्चा का विषय
करुण नायर ने विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाया था, लेकिन इसके बावजूद उन्हें अगली ही सीरीज से बाहर कर दिया गया। विराट कोहली ने अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा जैसे खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी और करुण नायर को पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर दिया। फैंस आज भी इस फैसले को गलत मानते हैं और मानते हैं कि अगर विराट कोहली चाहते तो करुण नायर का करियर लंबा हो सकता था।
भुवनेश्वर कुमार की टेस्ट टीम से विदाई
एक और बड़ा नाम जो विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट से गायब हो गया, वो है भुवनेश्वर कुमार। अपनी स्विंग और नियंत्रण के लिए मशहूर इस गेंदबाज़ को लंबे समय तक टेस्ट टीम से दूर रखा गया। विराट कोहली ने तेज गेंदबाज़ी में ज्यादा आक्रामक विकल्पों को तरजीह दी, जिसके चलते भुवनेश्वर कुमार को टेस्ट टीम में मौका नहीं मिला। चोटों से जूझने के बावजूद वो फिट होने पर भी नज़रअंदाज़ होते रहे।
क्या विराट कोहली की पसंद-नापसंद भारी पड़ी?
कई क्रिकेट विशेषज्ञों और फैंस का मानना है कि विराट कोहली की कप्तानी में कुछ खिलाड़ियों को सही मौके नहीं मिले। करुण नायर और भुवनेश्वर कुमार जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का टेस्ट करियर समय से पहले खत्म हो जाना इसी का उदाहरण है। हालांकि विराट कोहली (Virat Kohli) ने टीम को कई सीरीज जिताई, लेकिन इन खिलाड़ियों के साथ उनका रवैया आज भी विवाद का विषय बना हुआ है। टीम इंडिया को कई बार इन अनुभवों की कमी भी महसूस हुई है।