क्रिकेट में एक बेहतरीन फील्डर की भूमिका उतनी ही अहम होती है जितनी किसी बल्लेबाज या गेंदबाज की। जब किसी मैच में मुश्किल कैच पकड़ा जाता है, तो वह न सिर्फ टीम को विकेट दिलाने में मदद करता है बल्कि मैच का पूरा रुख भी बदल सकता है। भारतीय क्रिकेट इतिहास में कई शानदार फील्डर रहे हैं, जिन्होंने अपनी चुस्ती और फुर्ती से टीम को बड़े मौकों पर कामयाबी दिलाई है। हाल ही में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतकर इतिहास रचा, और इस टूर्नामेंट में Virat Kohli ने ऐसा कारनामा कर दिखाया जो किसी ने सोचा भी नहीं था। कोहली अब भारत के ‘कैच किंग’ बन चुके हैं, और इस सूची में सबसे ऊपर पहुंच गए हैं।
1) Virat Kohli – 336 कैच

Virat Kohli अब भारत के नंबर 1 कैच टेकर बन चुके हैं। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में एक शानदार कैच लेकर राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। कोहली की फील्डिंग हमेशा से दमदार रही है, लेकिन उनकी फिटनेस और रिफ्लेक्सेस ने उन्हें एक असाधारण कैचर बना दिया। वनडे, टेस्ट और टी20 हर फॉर्मेट में कोहली ने अपनी फील्डिंग से मैच जिताने में योगदान दिया है।
2) राहुल द्रविड़ – 333 कैच
भारतीय क्रिकेट के ‘वॉल’ कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ सिर्फ एक महान बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि जबरदस्त फील्डर भी थे। उन्होंने अपनी ज्यादातर कैच स्लिप पोजीशन में पकड़े। द्रविड़ का कैचिंग स्टाइल क्लासिक था और उनके हाथों से कैच छूटना बेहद दुर्लभ होता था। लंबे समय तक उन्होंने भारत के सबसे ज्यादा कैच लेने वाले फील्डर का रिकॉर्ड अपने नाम रखा था, लेकिन अब Virat Kohli ने उन्हें पीछे छोड़ दिया है।
3) मोहम्मद अजहरुद्दीन – 261 कैच
मोहम्मद अजहरुद्दीन को क्रिकेट इतिहास में सबसे स्टाइलिश और चपल फील्डर्स में गिना जाता है। उन्होंने 80 और 90 के दशक में भारतीय टीम के लिए शानदार फील्डिंग की और कई मैचों में अपने कैच से टीम को जीत दिलाई। खासकर इनर सर्कल और स्लिप में अजहरुद्दीन की मौजूदगी विपक्षी टीमों के लिए हमेशा खतरा बनी रहती थी।
4) सचिन तेंदुलकर – 256 कैच
सचिन तेंदुलकर को उनकी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन वह एक शानदार फील्डर भी थे। उन्होंने 24 साल के करियर में कई महत्वपूर्ण कैच लपके, खासकर मिड-ऑन, मिड-ऑफ और स्लिप में। उनका अनुभव और खेल को पढ़ने की क्षमता उन्हें बेहतरीन कैचर बनाती थी।
5) रोहित शर्मा – 229 कैच
भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने भी फील्डिंग में खुद को साबित किया है। खासकर गली और इनर सर्कल में उनकी चुस्ती देखने लायक होती है। रोहित ने कई अहम मौकों पर भारतीय टीम के लिए शानदार कैच पकड़े हैं और अभी भी वह अपनी गिनती बढ़ा सकते हैं।
Virat Kohli ने इस उपलब्धि के साथ एक और माइलस्टोन अपने नाम कर लिया है। राहुल द्रविड़ को पीछे छोड़ना कोई आसान काम नहीं था, लेकिन कोहली की फिटनेस और खेल के प्रति जुनून ने उन्हें यह मुकाम दिलाया। अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले सालों में कोई नया खिलाड़ी इस सूची में जगह बना पाता है या नहीं।