क्रिकेट में जब भी तूफानी पारियों की बात होती है, तो अक्सर दिमाग T20 या वनडे मैच की ओर चला जाता है। लेकिन एक ऐसा मैच भी हुआ था जिसमें बल्लेबाज ने इतने चौके-छक्के लगाए कि तूफान भी थम जाए। ये कहानी है उस दिन की जब एक ऑस्ट्रेलिया (Australia) बल्लेबाज ने अकेले दम पर इतिहास ही बदल डाला।
बिल पोंसफोर्ड की 437 रनों की गगनचुंबी पारी
विक्टोरिया और क्वींसलैंड के बीच खेले गए इस ऐतिहासिक फर्स्ट-क्लास मैच में बिल पोंसफोर्ड ने ऐसी पारी खेली जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया। 1927 में मेलबर्न के मैदान पर, पोंसफोर्ड ने 42 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 437 रन ठोक डाले। इससे भी खास बात ये रही कि उन्होंने अपना ही पुराना रिकॉर्ड तोड़ा 429 रन जो उन्होंने 1922 में ऑस्ट्रेलिया (Australia) में बनाया था। वह एकमात्र बल्लेबाज बने जिन्होंने दो बार फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
विक्टोरिया की धुआंधार बल्लेबाजी
बिल पोंसफोर्ड के अलावा स्टोर्क हेंड्री ने 129 और जैक राइडर ने 70 रन बनाए, जिससे विक्टोरिया ने पहली पारी में 793 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया। ऑस्ट्रेलिया (Australia) में क्वींसलैंड की ओर से सिर्फ गॉर्डन एमोस ही कुछ प्रभावी साबित हुए, जिन्होंने 5 विकेट झटके। जवाब में क्वींसलैंड की टीम पहली पारी में केवल 189 रन पर ढेर हो गई, जिसमें ऑट्टो नोथलिंग ने 66 और विलियम रोवे ने 34 रन बनाए।
फॉलोऑन के बाद भी नहीं बच पाई क्वींसलैंड की टीम
फॉलोऑन के बाद क्वींसलैंड की टीम ने थोड़ी लड़ाई जरूर दिखाई। लियो कॉनर ने 66, सेसिल थॉम्पसन ने 118 और फ्रांसिस गफ ने 54 रन बनाए, लेकिन फिर भी टीम 407 रनों पर ऑलआउट हो गई। विक्टोरिया की ओर से डॉन ब्लैकी ने पहली पारी में 6 विकेट झटके। इस ऐतिहासिक मैच में ऑस्ट्रेलिया (Australia) में विक्टोरिया ने एक पारी और 197 रनों से शानदार जीत दर्ज की।