Cricket Players Depression:क्रिकेट को एक ग्लैमरस और जेंटलमैन वाला खेल माना जाता है, जहां खिलाड़ी शोहरत, पैसा और लोकप्रियता का आनंद उठाते हैं। लेकिन इस चकाचौंध भरी दुनिया के पीछे कई बार गहरे मानसिक संघर्ष भी छिपे होते हैं। मैदान पर शानदार प्रदर्शन करने वाले कुछ क्रिकेटर निजी जिंदगी में इतने संघर्षों से गुजरे कि उन्होंने आत्महत्या जैसा दर्दनाक फैसला ले लिया। कई बार मानसिक तनाव, करियर में असफलता, व्यक्तिगत समस्याएं और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां उन्हें इस कगार तक ले जाती हैं।
ये हैं चार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों जिन्होंने डिप्रेशन से जूझते हुए अपनी जिंदगी खत्म कर ली।(Cricket Players Depression)
1. डेविड बेयरस्टो (इंग्लैंड)

इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज डेविड बेयरस्टो ने 1970 और 1980 के दशक में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 4 टेस्ट और 21 वनडे मैच खेले थे। लेकिन क्रिकेट से संन्यास के बाद उनकी जिंदगी मुश्किलों से घिर गई। 1998 में, 46 साल की उम्र में, उन्होंने यॉर्कशायर स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बेयरस्टो लंबे समय से डिप्रेशन में थे, जिसे उनके वित्तीय संकट और यॉर्कशायर क्रिकेट प्रशासन के साथ हुए विवाद ने और गहरा कर दिया। इससे पहले भी 1997 में उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की थी, लेकिन उस समय बच गए थे। वह इंग्लैंड के मौजूदा क्रिकेटर जॉनी बेयरस्टो के पिता थे।
2. हेरॉल्ड गिम्ब्लेट (इंग्लैंड)

1935 में अपने डेब्यू मैच में 79 मिनट में 123 रन बनाकर तहलका मचाने वाले हेरॉल्ड गिम्ब्लेट इंग्लैंड के प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में गिने जाते थे। उन्होंने अपने करियर में 3 टेस्ट मैच खेले और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 23,000 से अधिक रन बनाए। लेकिन उनका करियर खत्म होने के बाद उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ती चली गई। 31 मार्च 1978 को, 63 वर्ष की उम्र में, उन्होंने डिप्रेशन (Cricket Players Depression) से हार मानते हुए ओवरडोज लेकर आत्महत्या कर ली। क्रिकेट के बाद की जिंदगी में उनका अकेलापन और मानसिक समस्याएं बढ़ती गईं, जो अंततः उनके लिए असहनीय हो गईं।
3. ग्राहम थॉर्प (इंग्लैंड)
इंग्लैंड के बेहतरीन बाएं हाथ के बल्लेबाज ग्राहम थॉर्प ने 1993 से 2005 के बीच 100 टेस्ट खेले और 16 शतकों के साथ 6,700 से ज्यादा रन बनाए। लेकिन मैदान पर सफलता पाने वाले इस खिलाड़ी की निजी जिंदगी संघर्षों से भरी रही। 5 अगस्त 2024 को, 55 साल की उम्र में, उन्होंने आत्महत्या कर ली। उनकी पत्नी अमांडा ने बताया कि थॉर्प लंबे समय से डिप्रेशन (Cricket Players Depression) और एंग्जायटी से जूझ रहे थे। 2022 में उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की थी, लेकिन बच गए थे। लेकिन धीरे-धीरे उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति और खराब होती गई, जिसके चलते उन्होंने अपनी जान ले ली।
4. ऑब्रे फॉल्कनर (साउथ अफ्रीका)
साउथ अफ्रीका के महान ऑलराउंडर ऑब्रे फॉल्कनर को क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में गिना जाता है। उन्होंने 25 टेस्ट खेले, जिसमें 1,754 रन बनाए और 82 विकेट लिए। लेकिन क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद उनकी जिंदगी में संकट आ गया। लंदन में उनका क्रिकेट स्कूल आर्थिक संकट में आ गया, जिससे वह गहरे डिप्रेशन (Cricket Players Depression) में चले गए। 10 सितंबर 1930 को, 48 साल की उम्र में, उन्होंने अपने ही क्रिकेट स्कूल के स्टोररूम में खुद को गैस में झोंककर आत्महत्या कर ली। आर्थिक परेशानियों और भविष्य को लेकर अनिश्चितता ने उन्हें इस दर्दनाक कदम की ओर धकेल दिया।
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