IPL दुनिया की सबसे रोमांचक क्रिकेट लीग में से एक है, जहां खिलाड़ी अपनी बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। हर मैच में चौकों-छक्कों की बरसात होती है, रोमांच चरम पर होता है और खिलाड़ियों की हर मूवमेंट पर लाखों फैंस की नजरें टिकी होती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दो शख्स ऐसे भी हैं जो IPL के 131 मैचों का हिस्सा बन चुके हैं, बावजूद इसके उन्होंने एक भी गेंद नहीं फेंकी, न ही एक भी शॉट खेला यह सुनने में अजीब जरूर लग सकता है, लेकिन यह सच है। आखिर कौन हैं ये दो लोग और वे इतनी मैचों का हिस्सा कैसे बने?
131 IPL मैचों में मौजूद रहे अनिल चौधरी और एस रवि

IPL में अब तक कई बड़े खिलाड़ी चमके हैं, लेकिन अंपायर्स की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है। इस लिस्ट में दो नाम सबसे ऊपर हैं अनिल कुमार चौधरी और एस रवि। ये दोनों अंपायर IPL इतिहास के 131-131 मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं, जो किसी भी अंपायर के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।

अनिल चौधरी भारतीय अंपायरिंग पैनल का एक अहम नाम हैं, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई मैचों में अंपायरिंग की है। दूसरी ओर, एस रवि भी भारतीय क्रिकेट के अनुभवी अंपायरों में गिने जाते हैं और उन्होंने भी कई बड़े मुकाबलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
नितिन मेनन भी हैं इस लिस्ट में शामिल
अगर सबसे ज्यादा IPL मैचों में अंपायरिंग करने की बात करें तो तीसरे स्थान पर नितिन मेनन का नाम आता है, जिन्होंने 104 IPL मैचों में अंपायरिंग की है। नितिन मेनन को उनकी बेहतरीन निर्णय लेने की क्षमता के लिए जाना जाता है, और वे आईसीसी एलीट पैनल में भी शामिल हैं।
IPL में अंपायर्स का योगदान खिलाड़ियों जितना ही महत्वपूर्ण होता है, लेकिन उन्हें उतनी सुर्खियां नहीं मिलतीं। अनिल चौधरी, एस रवि और नितिन मेनन जैसे अंपायर्स की मौजूदगी ही इस लीग की गुणवत्ता बनाए रखती है।