जब भी आईपीएल की बात होती है, एमएस धोनी (MS Dhoni) का नाम खुद-ब-खुद सामने आता है। लेकिन IPL 2025 में एक ऐसा मोड़ आया है, जिसने फैंस को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वो वही एम एस धोनी हैं जो कभी अकेले दम पर मैच पलट देते थे? इस सीजन ने कुछ ऐसे संकेत दिए हैं जो उनके करियर को लेकर बड़े सवाल खड़े करते हैं।
आंकड़ों में छिपा धोनी का फीका योगदान
IPL 2023 से लेकर IPL 2025 तक चेन्नई सुपर किंग्स ने कुल 11 बार रन चेज करने की कोशिश की, जिसमें सिर्फ 4 बार टीम सफल रही और 7 बार असफल रही। इन 4 सफल रन चेज में धोनी का योगदान मात्र 3 रन का रहा जहां उनका औसत भी 3 रहा और स्ट्राइक रेट 33.33।
यह आंकड़े साफ दिखाते हैं कि जिस धोनी से कभी मैच फिनिश करने की उम्मीद की जाती थी, वही अब जीत में अहम भूमिका निभा ही नहीं पा रहे हैं।
वहीं 7 ऐसे रन चेज में, जहां चेन्नई असफल रही, वहां धोनी ने औसतन 98 की औसत से 196 रन बनाए और स्ट्राइक रेट 178.18 रहा। ये कंट्रास्ट दिखाता है कि धोनी अब तब ही रन बनाते हैं जब हार तय हो जाती है यानि प्रेशर में वो पुराने ‘फिनिशर’ नहीं रहे।
दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ सबसे ताजा झटका
5 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मुकाबले में धोनी 26 गेंदों पर 30 रन बनाकर नाबाद लौटे, लेकिन मैच को खत्म नहीं कर पाए।
चौंकाने वाली बात ये रही कि अपनी पहली बाउंड्री उन्होंने 19वीं गेंद पर लगाई ये IPL 2025 में किसी भी बल्लेबाज़ का सबसे धीमा बाउंड्री रेट है। वो इरादा, वो आक्रामकता जो धोनी की पहचान थी जिसके लिए धोनी प्रसिद्ध थे।अब मैदान में वो बात गायब दिख रही है।
क्या अब धोनी का रिटायरमेंट का वक्त आ गया है?
मैच के बाद उम्मीद की जा रही थी कि धोनी दिल्ली के खिलाफ रिटायरमेंट का ऐलान कर देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। वो शायद सीजन के अंत तक खेलना चाहते हैं। लेकिन सवाल यही है कि क्या अब रुककर वो अपनी ही लेगेसी को धूमिल कर रहे हैं?
वो धोनी, जिसने क्रिकेट को अलविदा भी 15 अगस्त जैसे ऐतिहासिक दिन कहा था, क्या अब मैदान से ऐसे जाएंगे कि फैंस के मन में सिर्फ निराशा रह जाए? धोनी की महानता पर कोई सवाल नहीं, लेकिन हर दौर का एक अंत होता है।
IPL 2025 शायद वो आईना बनकर सामने आया है जिसमें खुद धोनी (MS Dhoni) को अब अपना प्रतिबिंब पहचानना होगा। फैंस यही चाहेंगे कि जब भी वो विदाई लें, वो एक फिनिशर की तरह हो जैसे उन्होंने हमेशा किया है, आखिरी शॉट पर।