World Series Cricket
World Series Cricket

क्रिकेट प्रेमियों को लगता है कि टी20 और आईपीएल ने क्रिकेट में नई जान फूंकी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी क्रिकेट लीग 80 के दशक में खेली गई थी जिसने क्रिकेट की परिभाषा ही बदल दी थी? उस लीग ने इतने बड़े बदलाव किए कि दिग्गज खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक को अलविदा कह दिया।

World Series Cricket की शुरुआत

वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट की शुरुआत 1977 में ऑस्ट्रेलियाई मीडिया टाइकून केरी पैकर ने की थी। ये कोई साधारण टूर्नामेंट नहीं था, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के खिलाफ एक बगावत थी। केरी पैकर की “नाइन नेटवर्क” चैनल को क्रिकेट के टीवी राइट्स नहीं मिले, जिससे नाराज होकर उन्होंने वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट की नींव रखी।

जब अंतरराष्ट्रीय सितारे छोड़ बैठे थे अपनी टीमें

वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट (World Series Cricket) में ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट इंडीज और रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड XI की टीमें शामिल थीं। लीग ने दुनिया के बड़े-बड़े खिलाड़ियों को अपनी ओर आकर्षित किया।

टोनी ग्रेग, क्लाइव लॉयड, डेनिस लिली और इमरान खान जैसे सितारे इस लीग का हिस्सा बने और इसके लिए उन्होंने अपने-अपने देश की राष्ट्रीय टीमों से दूरी बना ली। वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट ने पहली बार खिलाड़ियों को वो इज्जत और पैसा दिया जिसकी वो हकदार थे।

वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट की विरासत और आज का क्रिकेट

भले ही वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट केवल 1977 से 1979 तक चली, लेकिन इसने क्रिकेट की दुनिया में गहरे निशान छोड़े। फ्यूचर ब्रॉडकास्टिंग डील्स, कलर जर्सी, नाइट मैच और स्टंप माइक जैसी चीजें पहली बार इसी लीग में देखने को मिली थीं।

अगर वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट (World Series Cricket) न होती, तो शायद आज का आईपीएल जैसा रोमांचक और व्यावसायिक क्रिकेट कभी अस्तित्व में नहीं आता। यह कहना गलत नहीं होगा कि वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट ने क्रिकेट को सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक ग्लोबल एंटरटेनमेंट बना दिया।

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