भारतीय क्रिकेट में जब कोई खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन करता है, फिर जब मेहनत का फल उम्मीद से कम मिले, तो सवाल उठते हैं। बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Central Contract) में कुछ ऐसा ही हुआ है श्रेयस अय्यर के साथ
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का हीरो अय्यर के साथ हुआ अन्याय
श्रेयस अय्यर ने हाल ही में संपन्न आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाकर न केवल टीम की जीत में बड़ी भूमिका निभाई, बल्कि खुद को एक बार फिर साबित भी किया।
एक समय था जब उन्हें बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Central Contract) से बाहर कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए न सिर्फ अपने प्रदर्शन से सबको चौंकाया, बल्कि कप्तानी में भी कमाल दिखाया। उनकी वापसी ने यह साफ कर दिया कि वह सिर्फ एक बल्लेबाज़ नहीं, बल्कि एक मैच विनर हैं।
बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में मिला ग्रेड B
इतना सब करने के बावजूद जब बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट आई, तो अय्यर को सिर्फ ग्रेड B में जगह दी गई। जबकि जिस तरह का प्रदर्शन उन्होंने किया, वह ग्रेड A के हकदार थे।
यह कदम कहीं न कहीं दर्शाता है कि बोर्ड ने उनकी मेहनत का पूरा सम्मान नहीं किया। कई क्रिकेट विशेषज्ञों और फैंस का मानना है कि अय्यर के साथ ये अनुचित व्यवहार हुआ है
अगले अपडेट में सुधरेगा अय्यर का ग्रेड?
बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (BCCI Central Contract) हर साल अपडेट होता है और यही उम्मीद की जा रही है कि अगली बार श्रेयस अय्यर को वह सम्मान मिलेगा, जिसके वह सच्चे हकदार हैं। जब एक खिलाड़ी लगातार प्रदर्शन कर रहा हो और टीम की सफलता में अहम भूमिका निभा रहा हो, तो उसे ग्रेड B नहीं, उसका ग्रेड Aमिलना चाहिए। उम्मीद है कि बीसीसीआई अगली बार इस अन्याय को सुधारते हुए अय्यर को ग्रेड A में प्रमोट करेगी।
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