भारतीय क्रिकेट में एक ऐसा नाम है, जो लगातार घरेलू क्रिकेट में रन बना रहा है, लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया में जगह नहीं बना पा रहा। इस खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से कई बार चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा है, लेकिन जब मौका मिलने की बारी आई तो हर बार नजरअंदाज किया गया। अब चर्चा इस बात की है कि इसके पीछे एक बड़ा नाम और उसकी राजनीति जिम्मेदार है। गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने अपनी पसंद-नापसंद के चलते इस खिलाड़ी का करियर ही ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
Gautam Gambhir के फैसलों से सरफराज खान को नहीं मिल रहा मौका
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) इस समय टीम इंडिया के चयन से जुड़े फैसलों में प्रभावशाली भूमिका निभा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने अपनी निजी प्राथमिकताओं के आधार पर कई खिलाड़ियों को मौके दिए, जबकि सरफराज खान जैसे बल्लेबाज़ को लगातार नज़रअंदाज़ किया गया। घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद, सरफराज को टेस्ट टीम में जगह नहीं दी जा रही, जो एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
सरफराज के आंकड़े बोलते हैं, लेकिन गंभीर की चुप्पी भारी
सरफराज खान ने रणजी ट्रॉफी में लगातार तीन सीजन में 900 से ज्यादा रन बनाए हैं। उनका औसत 80 से ऊपर है, जो किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को चुनौती देने के लिए काफी है। लेकिन गौतम गंभीर की तरफ से उन्हें लेकर कभी कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया, जो यह दर्शाता है कि वे शायद उन्हें प्राथमिकता में नहीं रखते। चयन समिति में गंभीर के बढ़ते प्रभाव का नुकसान सरफराज को उठाना पड़ रहा है।
क्या खत्म हो जाएगा सरफराज का अंतरराष्ट्रीय सपना?
अब सवाल ये उठता है कि क्या सरफराज खान को कभी टीम इंडिया में खेलने का मौका मिलेगा या नहीं। जब तक गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) चयन प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, तब तक उनकी राह आसान नहीं लगती। हालांकि, क्रिकेट जगत का मानना है कि अगर प्रदर्शन मजबूत रहा तो एक दिन राजनीति को भी पीछे छोड़ते हुए सरफराज टीम इंडिया की जर्सी जरूर पहनेंगे। लेकिन तब तक यह लड़ाई सिर्फ रन बनाने की नहीं, बल्कि सिस्टम से लड़ने की भी है।