आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (ICC Champions Trophy 2025) का आयोजन इस समय पाकिस्तान (Pakistan) में हो रहा है। हालांकि, इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के बीच देश में हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया है।
शुक्रवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुए भीषण बम धमाके ने ना सिर्फ कई निर्दोष लोगों की जान ली, बल्कि खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पाकिस्तान पहले से ही अपनी अस्थिरता और सुरक्षा चिंताओं के कारण क्रिकेट आयोजनों को लेकर आलोचना झेलता आया है। अब इस घटना के बाद यह बहस और तेज हो गई है कि क्या पाकिस्तान (Pakistan) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए सुरक्षित जगह है?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान Pakistan में हुआ बॉम्ब धमाका

पाकिस्तान (Pakistan)के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में 28 तारीख को एक मदरसे में हुए धमाके ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस धमाके में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक घायल हुए।
पाकिस्तान पुलिस के मुताबिक, इस हमले में आत्मघाती हमलावर के शामिल होने का संदेह है, और हमीदुल हक इस हमले का मुख्य निशाना थे। खास बात यह है कि उन्हें पहले से सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, बावजूद इसके इतनी बड़ी चूक सामने आई।
अब इस हमले के बाद सवाल यह उठ रहे हैं कि जो विदेशी खिलाड़ी इस समय पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए मौजूद हैं, उनकी सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा रही है? पहले भी पाकिस्तान में खिलाड़ियों को निशाना बनाया जा चुका है, और अब जब चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट के दौरान धमाका हुआ है, तो चिंता और भी बढ़ गई है।
Pakistan पर लग सकता है ICC बैन?

ICC Champions Trophy 2025 के दौरान हुए इस धमाके ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बिरादरी को डरा दिया है। विदेशी खिलाड़ी पहले ही पाकिस्तान (Pakistan) में खेलने को लेकर आशंकित रहते हैं, और अब यह हमला उनकी सुरक्षा चिंताओं को और गहरा कर सकता है। यदि चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान खिलाड़ियों या स्टाफ पर कोई हमला होता है, तो यह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
अगर पाकिस्तान खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाता है, तो ICC भविष्य में पाकिस्तान को किसी भी बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट की मेजबानी से प्रतिबंधित कर सकता है। पहले ही कई क्रिकेट बोर्ड सुरक्षा कारणों से पाकिस्तानमें खेलने को लेकर हिचकिचाते रहे हैं, और अब यह घटना इस डर को और बढ़ा सकती है।