रणजी ट्रॉफी और चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के बाद एक खिलाड़ी को कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर की वजह से इंडिया ए टीम में जगह नहीं मिलना क्रिकेट फैंस के लिए हैरानी का सबब बन गया है। जब एक बल्लेबाज हर मुकाबले में अच्छी पारी ठोक रहा हो, तो उसका चयन लगभग तय माना जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, और इसका कारण चयनकर्ताओं के फैसले से जुड़ा है।
श्रेयस अय्यर की जबरदस्त फॉर्म के बावजूद हुए टीम से बाहर
रणजी ट्रॉफी 2025 में श्रेयस अय्यर ने बल्ले से धमाल मचा दिया था। खासतौर पर ओडिशा के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने 228 गेंदों में 233 रनों की आतिशी पारी खेली, जिसमें 24 चौके और 9 छक्के शामिल थे। यह उनके करियर का तीसरा फर्स्ट क्लास दोहरा शतक था।
यही नहीं, उन्होंने पूरे रणजी सीज़न में लगातार रन बनाए और हर मैच में बड़ी पारियां खेलीं। सिर्फ घरेलू नहीं, 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी में भी वे टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर की रीढ़ साबित हुए, जहां उन्होंने 48.60 की औसत से रन बनाए और पांच में से चार मैचों में 40 से ज्यादा का स्कोर किया।
अजित अगरकर और गौतम गंभीर का फैसला सवालों के घेरे में
श्रेयस अय्यर को इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की इंडिया ए टीम में जगह नहीं मिली। चयन समिति के अध्यक्ष अजित आगरकर और मुख्य कोच गौतम गंभीर के इस फैसले पर क्रिकेट एक्सपर्ट्स और फैन्स दोनों ही सवाल उठा रहे हैं।
जब औसत फॉर्म वाले खिलाड़ियों को टीम में मौका मिल रहा है, तो इतने दमदार आंकड़े रखने वाले अय्यर को नजरअंदाज करना चयन नीति पर सवाल खड़े करता है।
क्या आगे मिलेगा मौका ?
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या श्रेयस अय्यर को सिर्फ एक सीजन की कीमत चुकानी पड़ी है या फिर ये संकेत है कि उनका करियर ढलान की ओर है? अगर चयनकर्ता उन्हें नजरअंदाज करते रहे तो आने वाले समय में भारत को एक अनुभवी और आक्रामक बल्लेबाज की सेवाओं से हाथ धोना पड़ सकता है।
क्रिकेट प्रेमियों को अब इस बात का इंतजार रहेगा कि क्या अय्यर को जल्दी ही मौका मिलेगा या फिर यह फैसला एक लंबी लड़ाई की शुरुआत है।